बप्पी लहरी जीवन परिचय - bappi lahiri biography
बप्पी लहरी जी की जीवनी
बप्पी लहरी जिनका असली नाम अलोकेश लाहिड़ी था ।इनका जन्म 27 नवंबर 1952 को जलपैगुड़ी पश्चिम बंगाल में हुआ था।जो अब हमारे बीच नहीं रहे ।उनके माता पिता अपरेश लहरी और बंसुरी लहरी दोनों ही बंगाली सिंगर और म्यूजिशियन थे। और अपने माता- पिता की इकलौती संतान थे।
मशहूर संगीतकार और गायक बप्पी लहरी का निधन, मुंबई के एक अस्पताल में ली अंतिम सांस।
आज मुंबई के क्रिटिकेयर अस्पताल में निधन हो गया। वह 69 वर्ष के थे। अस्पताल के निदेशक डॉ दीपक नामजोशी ने पीटीआई को बताया कि "लाहरी को एक महीने के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था और सोमवार को उन्हें छुट्टी दे दी गई थी। लेकिन मंगलवार को उनकी तबीयत बिगड़ गई और उनके परिवार ने एक डॉक्टर को उनके घर बुलाया। उन्हें फिर अस्पताल लाया गया। उन्हें कई स्वास्थ्य समस्याएं थीं। उनकी मृत्यु हो गई। आधी रात से कुछ समय पहले ओएसए (ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया) के कारण।
करियर:
17 साल की उम्र से ही बप्पी संगीतकार बनना चाहते थे और उनकी प्रेरणा बने एसडी बर्मन। बप्पी टीनएज में एसडी बर्मन के गानों को सुना करते और उन्हें रियाज किया करते थे।
जिस दौर में लोग रोमांटिक संगीत सुनना पसंद करते थे उस वक्त बप्पी ने बॉलीवुड में 'डिस्को डांस' को इंट्रोड्यूस करवाया। उन्हें अपना पहला अवसर एक बंगाली फ़िल्म, दादू (1972) और पहली हिंदी फ़िल्म नन्हा शिकारी (1973) में मिला जिसके लिए उन्होंने संगीत दिया था। जिस फ़िल्म ने उन्हें बॉलीवुड में स्थापित किया, वह ताहिर हुसैन की हिंदी फ़िल्म ज़ख़्मी (1975) थी,
17 साल की उम्र से ही बप्पी संगीतकार बनना चाहते थे और उनकी प्रेरणा बने एसडी बर्मन। बप्पी टीनएज में एसडी बर्मन के गानों को सुना करते और उन्हें रियाज किया करते थे।
जिस दौर में लोग रोमांटिक संगीत सुनना पसंद करते थे उस वक्त बप्पी ने बॉलीवुड में 'डिस्को डांस' को इंट्रोड्यूस करवाया। उन्हें अपना पहला अवसर एक बंगाली फ़िल्म, दादू (1972) और पहली हिंदी फ़िल्म नन्हा शिकारी (1973) में मिला जिसके लिए उन्होंने संगीत दिया था। जिस फ़िल्म ने उन्हें बॉलीवुड में स्थापित किया, वह ताहिर हुसैन की हिंदी फ़िल्म ज़ख़्मी (1975) थी,
गाए थे ये मशहूर गाने
बता दें कि बप्पी के मशहूर गानों में जिम्मी, जिम्मी, याद आ रहा है, तम्मा तम्मा लोगे, दे दे प्यार दे, रात बाकी बात बाकी, आज रपट जाएं, ऊ ला ला, इंतहा हो गई इंतजार की, आई एम अ डिस्को डांसर जैसे गाने शामिल हैं।
ये रिकॉर्ड है बप्पी लहरी के नाम
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक साल 1986 में उन्होंने 33 फिल्मों में 180 गानें गाए थे। उनका ये रिकॉर्ड गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज किया गया था। उन्हें फिल्ममेयर की ओर से लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से भी नवाजा जा चुका था।
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RIP Bappi Lahiri, king 👑 of bollywood disco 😔
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